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राजस्थान सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी उत्तर सहित

2 years ago 3.7K द्रश्य
Q :  

मोतीलाल तेजावत का सम्बन्ध था?

(A) बेंगू किसान आन्दोलन

(B) एकी किसान आन्दोलन

(C) मारवाड़ किसान आन्दोलन

(D) सीकर किसान आन्दोलन

Correct Answer : B
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1920 में हुई थी।


Q :  

एकी आन्दोलन की शुरुआत 1921 ई. मोतीलाल तेजावत ने कहाँ से शुरू की थी?

(A) देवलिया

(B) सांवलिया

(C) मण्डफिया

(D) मातृकुण्डिया

Correct Answer : D
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।


Q :  

मोतीलाल तेजावत ने भीलों का आंदोलन कहाँ से शुरू किया?

(A) सिरोही

(B) झाडोल

(C) भूला

(D) बलोरिया

Correct Answer : B
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।


Q :  

श्री मोतीलाल तेजावत द्वारा एकी आंदोलन की शुरुआत कहाँ से की गई?

(A) उदयपुर

(B) मातृकुण्डिया

(C) नीमड़ा

(D) डूंगरपुर

Correct Answer : B
Explanation :

1. तेजावत जी ने सर्वप्रथम चितौड़ जिले के मातृकुण्डिया नामक स्थान पर सन् 1921 में एकी आंदोलन का सूत्रपात किया। 

2. मोतीलाल तेजावत जन्म सन् 1886 में उदयपुर जिले के कोल्यारी गांव में हुआ था। तेजावत हिन्दी, उर्दू एवं गुजराती भाषाओं के अच्छे ज्ञाता थे। 

3. वैशाख पूर्णिमा के दिन आप हजारों किसानों के साथ उदयपुर आकर महाराणा फतहसिंह से मिले व आपने महाराणा को 21 कलमें लगान, बेगार संबंधी प्रस्तुत की जिसमें से महाराणा ने 18 कलमें माफ कर दी।


Q :  

कौन - सा कारण हुरड़ा सम्मेलन बुलाने के लिए उत्तरदायी था? 

(A) सामाजिक सुधार

(B) मुस्लिम आक्रमण

(C) मराठा आक्रमण

(D) पिण्डारी आक्रमण

Correct Answer : C
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।


Q :  

हुरडा सम्मेलन किस वर्ष आयोजित हुआ?

(A) 1734 ई.

(B) 1740 ई.

(C) 1804 ई.

(D) 1757 ई.

Correct Answer : A
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।


Q :  

शेष राजस्थान से मरुस्थली प्रदेश को अलग करने वाली समवर्षा रेखा है 

(A) 20 सेमी.

(B) 10 सेमी.

(C) 50 सेमी.

(D) 30 सेमी.

Correct Answer : C
Explanation :
अरावली के समानांतर मौजूद 50 सेंटीमीटर समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभाजित करती है।



Q :  

महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना की, वह था 

(A) चक्रपाणि मिश्र

(B) ताराचन्द

(C) रामा सान्दु

(D) माला सान्दु

Correct Answer : A
Explanation :
महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना चक्रपाणि मिश्र ने की थी।



Q :  

संत मीराबाई के पति का नाम था

(A) भोजराज

(B) रतनसिंह

(C) नरपतसिंह

(D) संग्रामसिंह।

Correct Answer : A
Explanation :

मीरा बाई का विवाह 1516 ई. में मेवाड़ के महाराणा सांगा के ज्येष्ठ पुत्र भोजराज सिंह के साथ हुआ था। भोजराज उस समय मेवाड़ के युवराज थे।


Q :  

मीरा द्वारा चित्तौड़ परित्याग के समय मेवाड़ का शासक कौन था? 

(A) उदय सिंह

(B) विक्रमादित्य

(C) अर्जुन सिंह

(D) संग्राम सिंह

Correct Answer : B
Explanation :

1. मीरा बाई भगवान श्रीकृष्ण की एक महान भक्त थी जिन्हें “राजस्थान की राधा” भी कहा जाता है।

2. मीरा बाई का विवाह 1516 ई. में मेवाड़ के महाराणा सांगा के ज्येष्ठ पुत्र भोजराज सिंह के साथ हुआ था। भोजराज उस समय मेवाड़ के युवराज थे।

3. मीराबाई द्वारा चित्तौड़ परित्याग के समय मेवाड़ का शासक विक्रमादित्य था।

4. मीराबाई की रचनाएँ निम्नलिखित है-

- राग गोविंद

- गीत गोविंद

- नरसी जी का मायरा

- मीरा पद्मावली

- राग सोरठा

- गोविंद टीका

5. मीरा अपने अंतिम वर्षों में द्वारका में रहती थी और1547 ईस्वी में गुजरात के डाकोर स्थित रणछोड़ मंदिर में मीराबाई चली गई और वहीं विलीन हो गई।


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