Rajasthan GK प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें

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उत्तर : 3. "A - iv , B - iii , C - ii , D - i "

प्र:

राज्य में दक्ष कामगारों की उपलब्धता हेतु रीको द्वारा कहां स्किल डवलपमेंट सेंटर स्थापित किया गया है-

1170 0

  • 1
    बगरू (जयपुर)
    सही
    गलत
  • 2
    बोरानाड़ा (जोधपुर)
    सही
    गलत
  • 3
    भिवाडी (अलवर)
    सही
    गलत
  • 4
    नीमराणा (अलवर)
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "भिवाडी (अलवर)"

प्र:

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं शहीद सागरमल गोपा कहाँ के निवासी थे ?

1168 0

  • 1
    जैसलमेर
    सही
    गलत
  • 2
    बीकानेर
    सही
    गलत
  • 3
    अजमेर
    सही
    गलत
  • 4
    जोघपुर
    सही
    गलत
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उत्तर : 1. "जैसलमेर"

प्र:

करणी माता का प्रसिद्ध मंदिर किस स्थल पर स्थित है? 

1167 0

  • 1
    नागदा
    सही
    गलत
  • 2
    देशनोक
    सही
    गलत
  • 3
    धुलेव
    सही
    गलत
  • 4
    बालोतरा
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "देशनोक "
व्याख्या :

1. करणी माता बीकानेर के चरण और राठौर की कुलदेवी हैं।

उन्हें चूहों और जगत माता की देवी जोगमाया का अवतार भी कहा जाता है।

2. उनका मंदिर देशनोक बीकानेर में है, जिसकी नींव खुद करणी माता ने रखी थी। करणी माता का मूल मंदिर राजा जय सिंह द्वारा बनवाया गया था।

3. इस मंदिर का वर्तमान भव्य स्वरूप महाराजा सूरत सिंह ने दिया था।

4. इस मंदिर में ज्यादातर चूहे पाए जाते हैं, अतः मंदिर को चूहों का मंदिर भी कहा जाता है।

प्र:

'पलाण' क्या है ?

1166 0

  • 1
    एक लोक वाद्य यंत्र
    सही
    गलत
  • 2
    घोड़े पर रखी जाने वाली काठी
    सही
    गलत
  • 3
    ऊँट पर रखी जाने वाली काठी
    सही
    गलत
  • 4
    गोरबन्द का समानार्थी शब्द
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "ऊँट पर रखी जाने वाली काठी "
व्याख्या :

1. राजस्थानी भाषा में, "पलाण" का अर्थ है "ऊंट पर रखी जाने वाली काठी"। यह एक लकड़ी या धातु का बने होता है, और इसमें ऊंट के पीठ पर सवार होने के लिए एक स्थान होता है। पलाण में आमतौर पर एक पीठ, एक गद्दा, और एक लगाम होती है। पलाण ऊंटों को सवारी, माल ढोने, या दोनों के लिए उपयोग किया जाता है।

2. पांच सौ ऊंटों के मालिक को (पचसदी) कहा जाता है। 

3. ऊँट पर लदी घास की गठरी (टाली) कहलाती है। 

4. पालने के लिए ऊंट की पीठ पर (पलाण) बांधा जाता है। 

5. ऊंट की शोभा बढ़ाने के लिए गायों का गोरबंध पहनाया जाता है।

6. मारवाड़ी में ऊंट के बैठने को (झैकणा) कहा जाता है।

प्र:

नीचे दिए हुए दो वक्तव्यों पर विचार कीजिये -
 कथन (A): राज्य का राज्यपाल अपने पद पर राष्ट्रपति की इच्छापर्यंत ही रहता है। 
 कारण (R): राज्यपाल की नियुक्ति प्रधान मंत्री द्वारा होती है। 
 ऊपर के दोनों वक्तव्यों के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?

1166 0

  • 1
    A और R दोनों सही हैं तथा A की सही व्याख्या R करता है ।
    सही
    गलत
  • 2
    A और R दोनों सही हैं पर A की सही व्याख्या R नहीं करता।
    सही
    गलत
  • 3
    A सही है पर R गलत है।
    सही
    गलत
  • 4
    A गलत है पर R सही है।
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "A सही है पर R गलत है।"

प्र:

डूंगरपुर और बांसवाड़ा क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली_______ कहलाती है?  

1166 0

  • 1
    मेवाड़ी
    सही
    गलत
  • 2
    मेवाती
    सही
    गलत
  • 3
    वागड़ी
    सही
    गलत
  • 4
    मालवी
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "वागड़ी"

प्र:

दुग्ध उत्पादन हेतु गाय की प्रसिद्ध किस्म है-

1166 0

  • 1
    गिर और राठी
    सही
    गलत
  • 2
    राठी और नागौरी
    सही
    गलत
  • 3
    मेवाती और मालवी
    सही
    गलत
  • 4
    मालवी और थारपारकर
    सही
    गलत
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उत्तर : 1. "गिर और राठी"
व्याख्या :

गिर गाय : यह नसल राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में पायी जाती है। इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी, और सोरठी भी कहा जाता है। इसका शरीर लाल रंग का होता है जिस पर सफेद धब्बे, सिर गुबंद के आकार का और लंबे कान होते हैं। यह गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2110 दूध देती है।

राठी गाय :इस नसल का मूल स्थान राजस्थान है। यह नसल राजस्थान के थार मारूस्थल, बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर जिलों तक फैली हुई है। इसकी खाल मुख्य तौर पर भूरे रंग की होती है, जिस पर सफेद धब्बे बने होते हैं और कई बार इसकी खाल काले या भूरे रंग की होती है, जिसपर सफेद धब्बे बने होते हैं। इसके बाकी शरीर के मुकाबले शरीर का निचला भाग रंग में हल्का होता है। इसका चौड़ा मुंह, पूंछ लंबी और लटकी हुई चमड़ी कोमल और ढीली होती है। यह एक ब्यांत में औसतन 1000-2800 किलो पैदा करती है। पहले ब्यांत के समय इस नसल की गाय की उम्र 36-52 महीने होनी चाहिए और इसका एक ब्यांत 15-20 महीने का होता है।

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