Rajasthan GK Questions प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें

प्र:

राजस्थान की बारहमासी नदी कौनसी है?

2038 0

  • 1
    बनास,चम्बल
    सही
    गलत
  • 2
    चम्बल,बाणगंगा
    सही
    गलत
  • 3
    चम्बल
    सही
    गलत
  • 4
    चम्बल, काली सिंध
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "चम्बल"
व्याख्या :

1. चंबल नदी मध्य भारत में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। यह नदी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में बहती है, लेकिन इसका कुछ बहाव राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में भी होता है। चंबल नदी यमुना नदी की सहायक नदी है।

2. चंबल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के जनापाव पर्वत से होता है। यह नदी उत्तर की ओर बहती है और राजस्थान के चित्तौड़गढ़, धौलपुर और सवाई माधोपुर जिलों से होकर गुजरती है। इसके बाद यह नदी मध्य प्रदेश के धार, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, भिंड और मुरैना जिलों से होकर बहती है। अंत में, यह नदी उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी में मिल जाती है।

3. चंबल नदी की लंबाई लगभग 960 किलोमीटर है। यह नदी यमुना नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है। चंबल नदी का जलग्रहण क्षेत्र लगभग 72,000 वर्ग किलोमीटर है।

4. चंबल नदी का जल का उपयोग सिंचाई, जलविद्युत उत्पादन और जल परिवहन के लिए किया जाता है। चंबल नदी पर चार प्रमुख बांध बनाए गए हैं, जिनमें गांधी सागर बांध (मध्य प्रदेश), राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज (राजस्थान) शामिल हैं। इन बांधों से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है और जलविद्युत भी उत्पन्न की जाती है।

प्र:

चम्बल और माही बेसिन में पाई जाने वाली मिट्टी है 

2020 0

  • 1
    भूरी बुलई
    सही
    गलत
  • 2
    भूरी दोमट
    सही
    गलत
  • 3
    काली मिट्टी
    सही
    गलत
  • 4
    काँप मिट्टी
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "काली मिट्टी "
व्याख्या :

वर्टीसोल (काली मिट्टी):

- इसमें अत्यधिक क्ले उपस्थित होने के कारण इसमें मटियारी मिट्टी की विशेषताएं पाई जाती है।

- इसका विस्तार झालावाड़, कोटा, बूंदी, बांरा जिलों में है।

प्र:

‘लूनी बेसिन’ राजस्थान के किस विस्तृत भूआकृतिक विभाग का एक भाग है? 

3621 0

  • 1
    अरावली पहाड़ी प्रदेश
    सही
    गलत
  • 2
    दक्षिण - पूर्वी पठार
    सही
    गलत
  • 3
    पूर्वी मैदान
    सही
    गलत
  • 4
    पश्चिमी मरुस्थल
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "दक्षिण - पूर्वी पठार "
व्याख्या :

गोडवाड़ जालोर, सिरोही और राजस्थान के पाली जिलों के दक्षिणी भाग को कवर करता है। सुकरी नदी और उसकी सहायक नदियाँ इस क्षेत्र से होकर बहती हैं और पश्चिम दिशा में बहती हुई लूनी नदी में मिल जाती हैं इससे पहले कि वह कच्छ के रन में निकल जाए। पश्चिम बनास नदी इस क्षेत्र के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में जाती है।


प्र:

‘वालरा’ पद्धति जो कि पर्यावरणीय अवनयन का कारण है, का एक प्रकार है -

960 0

  • 1
    प्राकृतिक वनस्पति
    सही
    गलत
  • 2
    जंगली जानवर
    सही
    गलत
  • 3
    कृषि
    सही
    गलत
  • 4
    चिकित्सकीय उपचार
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "कृषि"
व्याख्या :

वालरा कृषि एक प्रकार की स्थानांतरित कृषि है, जिसमें भूमि का उपयोग कुछ वर्षों के लिए किया जाता है और बाद में मिट्टी में उर्वरता की कमी और बीमारियों के कारण छोड़ दी जाती है। यह कृषि आदिम जनजातियों द्वारा की जाती है।

2. राजस्थान के बाँसवाड़ा, उदयपुर और डूंगरपुर जिले में आदिम जनजातियों का निवास है। इन जिलों में वालरा कृषि की जाती है।

प्र:

खड़ीन खेती हैं- 

1621 0

  • 1
    वर्षा कालीन खड्डों में पानी भरने पर वहाँ की जाने वाली खेती ।
    सही
    गलत
  • 2
    अकाल के समय जीविकापार्जन हेतु की जाने वाली खेती
    सही
    गलत
  • 3
    वर्षा विहनी खेती
    सही
    गलत
  • 4
    यंत्रों के उपोग से की जाने वाली खेती
    सही
    गलत
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उत्तर : 1. "वर्षा कालीन खड्डों में पानी भरने पर वहाँ की जाने वाली खेती ।"
व्याख्या :

खडीन-यह एक मिट्टी का बना हुआ अस्थायी तालाब होता है, इसे किसी ढाल वाली भूमि के नीचे बनाते हैं । इसके दोनों ओर मिट्टी की दीवार (धोरा) तथा तीसरी ओर पत्थर से बनी मजबूत दीवार होती है । जल की अधिकता पर खड़ीन भर जाता है तथा जल आगे वाली खडीन में चला जाता है । खडीन में जल के सूख जाने पर, इसमें कृषि की जाती है।


प्र:

निम्न में से रबी की फसल का चयन करें ? 

1693 0

  • 1
    ककड़ी
    सही
    गलत
  • 2
    चावल
    सही
    गलत
  • 3
    अरण्डी
    सही
    गलत
  • 4
    तारामीरा
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "तारामीरा"
व्याख्या :

रबी ऋतु की फसलें – रबी की फसलों की बुआई सामान्यतः अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में होती है और इनकी कटाई अप्रैल से मई माह तक हो जाती है।

रबी ऋतु की प्रमुख फसलें – गेहूं, जौं, चना, सरसों, मटर, बरसीम, रिजका‌, हरा चारा, मसूर, आलू, राई,तम्‍बाकू, लाही, जई,  अलसी और सूरजमुखी आदि। रबी ऋतु की फसलें की बुआई के समय कम तापमान की आवश्यकता होती है, इसलिए इनकी बुआई शीत ऋतु में की जाती है। वहीं इनके पकतने के लिए शुष्‍क और गर्म वातावरण होना चाहिए।

प्र:

पथिक ने किस समाचार पत्र के माध्यम से बिजोलिया कृषक आंदोलन को विख्यात कर दिया?

805 0

  • 1
    प्रताप
    सही
    गलत
  • 2
    प्रभात
    सही
    गलत
  • 3
    नवभारत
    सही
    गलत
  • 4
    लोकवाणी
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 1. "प्रताप"
व्याख्या :

1. विजय सिंह पथिक, जिन्हें राष्ट्रीय पथिक के रूप में जाना जाता है, एक भारतीय क्रांतिकारी थे। उनका असली नाम भूप सिंह था।

2. वे पहले भारतीय क्रांतिकारियों में से थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन की मशाल जलाई थी।

3. मोहनदास करमचंद गांधी द्वारा सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने से बहुत पहले, पथिक ने बिजोलिया के किसान आंदोलन के दौरान सत्याग्रह आंदोलन का प्रयोग कर लिया था।

4. विजयसिंह पथिक ने प्रताप समाचार पत्र के माध्यम से बिजौलिया किसान आन्दोलन का प्रचार पूरे भारत में कर दिया था?

प्र:

श्री देवनारायण के पिता का नाम क्या था?

1158 0

  • 1
    जय सिंह
    सही
    गलत
  • 2
    मानसिंह
    सही
    गलत
  • 3
    विरम देव
    सही
    गलत
  • 4
    सवाई भोज
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 4. "सवाई भोज"
व्याख्या :

1. भगवान विष्णु का अवतार कहे जाने वाले गुर्जर जाति के आराध्य देव भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म विक्रम संवत 968 माघ शुक्ल की सप्तमी के दिन मालासेरी में हुआ था, इनके पिताजी का नाम सवाई भोज एवं माँ का नाम साढू था, इस कारण इन्हें साढू माता का लाल भी कहा जाता हैं।

2. बचपन में देवजी का नाम उदय सिंह था, इनका विवाह राजकुमारी पीपल दे एवं दो अन्य रानियों नाग कन्या और दैत्य कन्या के साथ हुआ था. इनके एक बेटा बीला जो बाद में प्रथम पुजारी भी बने तथा बेटी का नाम बीली था।

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