Hindi Questions प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
 सुखी, सफल और उत्तम जीवन जीने के लिए किए गए आचरण और प्रयत्नों का नाम ही धर्म है। देश, काल और सामाजिक मूल्यों की दृष्टि से संसार में भारी विविधता है , अतएव अपने - अपने ढंग से जीवन को पूर्णता की ओर ले जानेवाले विविध धर्मों के बीच भी ऊपर से विविधता दिखाई देती है। आदमी का स्वभाव है कि वह अपने विचारों और जीने के तौर तरीकों को तथा अपनी भाषा और खानपान को सर्वश्रेष्ठ मानता है तथा चाहता है कि लोग उसी का अनुसरण और अनुकरण करें; यथाशक्ति दूसरों से अपने धर्म को श्रेष्ठतर समझते हुए वह चाहता है कि सभी लोग उसे अपनाएँ। इसके लिए वह जोर - जबर्दस्ती को भी बुरा नहीं समझता। धर्म के नाम पर होनेवाले जातिगत विद्वेष, मारकाट और हिंसा के पीछे मनुष्य की यही स्वार्थ भावना काम करती है।

'अपने हित के लिए किया गया कार्य' वाक्यांश के लिए एक शब्द है 

824 0

  • 1
    परोपकार
    सही
    गलत
  • 2
    दूरदर्शी
    सही
    गलत
  • 3
    स्वार्थ
    सही
    गलत
  • 4
    अक्षम्य
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "स्वार्थ "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
 सुखी, सफल और उत्तम जीवन जीने के लिए किए गए आचरण और प्रयत्नों का नाम ही धर्म है। देश, काल और सामाजिक मूल्यों की दृष्टि से संसार में भारी विविधता है , अतएव अपने - अपने ढंग से जीवन को पूर्णता की ओर ले जानेवाले विविध धर्मों के बीच भी ऊपर से विविधता दिखाई देती है। आदमी का स्वभाव है कि वह अपने विचारों और जीने के तौर तरीकों को तथा अपनी भाषा और खानपान को सर्वश्रेष्ठ मानता है तथा चाहता है कि लोग उसी का अनुसरण और अनुकरण करें; यथाशक्ति दूसरों से अपने धर्म को श्रेष्ठतर समझते हुए वह चाहता है कि सभी लोग उसे अपनाएँ। इसके लिए वह जोर - जबर्दस्ती को भी बुरा नहीं समझता। धर्म के नाम पर होनेवाले जातिगत विद्वेष, मारकाट और हिंसा के पीछे मनुष्य की यही स्वार्थ भावना काम करती है।

'उत्तम' का विलोम है

820 0

  • 1
    अगम
    सही
    गलत
  • 2
    अधम
    सही
    गलत
  • 3
    उच्च
    सही
    गलत
  • 4
    अज्ञ
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "अधम "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
 सुखी, सफल और उत्तम जीवन जीने के लिए किए गए आचरण और प्रयत्नों का नाम ही धर्म है। देश, काल और सामाजिक मूल्यों की दृष्टि से संसार में भारी विविधता है , अतएव अपने - अपने ढंग से जीवन को पूर्णता की ओर ले जानेवाले विविध धर्मों के बीच भी ऊपर से विविधता दिखाई देती है। आदमी का स्वभाव है कि वह अपने विचारों और जीने के तौर तरीकों को तथा अपनी भाषा और खानपान को सर्वश्रेष्ठ मानता है तथा चाहता है कि लोग उसी का अनुसरण और अनुकरण करें; यथाशक्ति दूसरों से अपने धर्म को श्रेष्ठतर समझते हुए वह चाहता है कि सभी लोग उसे अपनाएँ। इसके लिए वह जोर - जबर्दस्ती को भी बुरा नहीं समझता। धर्म के नाम पर होनेवाले जातिगत विद्वेष, मारकाट और हिंसा के पीछे मनुष्य की यही स्वार्थ भावना काम करती है।

'देश' शब्द का पर्यायवाची है 

860 0

  • 1
    वासव
    सही
    गलत
  • 2
    अटवी
    सही
    गलत
  • 3
    सदन
    सही
    गलत
  • 4
    राष्ट्र
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "राष्ट्र "

प्र:

'कंगाली में आटा गीला होने' का सही भावार्थ क्या है?

811 0

  • 1
    पश्चाताप करना
    सही
    गलत
  • 2
    गीला आटा खरीद लेना
    सही
    गलत
  • 3
    आंटे में अधिक पानी पड़ जाना
    सही
    गलत
  • 4
    गरीबी में और अधिक हानि होना
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "गरीबी में और अधिक हानि होना "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए- गाँधीजी अपने सहयोगियों को श्रम की गरिमा की सीख दिया करते थे। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय लोगों के लिए संघर्ष करते हुए उन्होंने सफाई करने जैसे कार्य को गरिमामय मानते हुए किया। बाबा आम्टे ने समाज द्वारा तिरस्कृत कुष्ठ रोगियों की सेवा में अपना समस्त जीवन समर्पित कर दिया। इनमें से किसी ने भी कोई सत्ता प्राप्त नहीं की, बल्कि अपने जनकल्याणकारी कार्यों से लोगों के दिलों पर शासन किया। गाँधीजी का स्वतंत्रता के लिए संघर्ष उनके जीवन का एक पहलू है;किन्तु उनका मानसिक क्षितिज वास्तव में एक राष्ट्र की सीमाओं से बँधा हुआ नहीं था। उन्होंने सभी लोगों में ईश्वर के दर्शन किए। वे सही अर्थों में नायक थे।

'उन्होंने सभी लोगों में ईश्वर के दर्शन किए' वाक्य में रेखांकित शब्द है

2020 0

  • 1
    सर्वनाम
    सही
    गलत
  • 2
    भाववाचक संज्ञा
    सही
    गलत
  • 3
    जातिवाचक संज्ञा
    सही
    गलत
  • 4
    व्यक्तिवाचक संज्ञा
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "जातिवाचक संज्ञा "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नके उत्तर दीजिए :
 इतिहास प्रमाणित कर देता है कि ऐसे दासत्व बहुत काल के उपरान्त एक अद्भुत संहारक शक्ति को जन्म देते हैं, जिसकी बाढ़ को रोकने में शक्तिशाली भी समर्थ नहीं हो सके। मनुष्य स्वभावतः जीवन से बहुत प्यार करता है, परन्तु जब सहयोगियों के निष्ठुर उत्पीड़न से वह नितान्त दुर्वह हो उठता है, तब उसकी ममता घोरतम विरक्ति में परिवर्तित हो जाती है। पीड़ितों का समाधान संभव हो सकता है, परन्तु ऐसे में हताश और जीवन के प्रति निर्मम व्यक्तियों का संभाषण संभव नहीं है। ऐसे व्यक्तियों का वेग आँधी के समान चक्षुहीन, बाढ़ के समान दिशाहीन और विद्युत के समान लक्ष्यहीन हो जाता है।

निम्नलिखित में से कौन - सा शब्द ' दुर्वह ' का समानार्थी है?

794 0

  • 1
    सिंचित
    सही
    गलत
  • 2
    गन्तव्य
    सही
    गलत
  • 3
    असह्य
    सही
    गलत
  • 4
    दिशाहीन
    सही
    गलत
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उत्तर : 3. "असह्य "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नके उत्तर दीजिए :
 इतिहास प्रमाणित कर देता है कि ऐसे दासत्व बहुत काल के उपरान्त एक अद्भुत संहारक शक्ति को जन्म देते हैं, जिसकी बाढ़ को रोकने में शक्तिशाली भी समर्थ नहीं हो सके। मनुष्य स्वभावतः जीवन से बहुत प्यार करता है, परन्तु जब सहयोगियों के निष्ठुर उत्पीड़न से वह नितान्त दुर्वह हो उठता है, तब उसकी ममता घोरतम विरक्ति में परिवर्तित हो जाती है। पीड़ितों का समाधान संभव हो सकता है, परन्तु ऐसे में हताश और जीवन के प्रति निर्मम व्यक्तियों का संभाषण संभव नहीं है। ऐसे व्यक्तियों का वेग आँधी के समान चक्षुहीन, बाढ़ के समान दिशाहीन और विद्युत के समान लक्ष्यहीन हो जाता है।

बाढ़' के समान दिशाहीन ' वाक्यांश में रेखांकित पद है


777 0

  • 1
    संज्ञा
    सही
    गलत
  • 2
    सर्वनाम
    सही
    गलत
  • 3
    क्रिया
    सही
    गलत
  • 4
    विशेषण
    सही
    गलत
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उत्तर : 1. "संज्ञा "

प्र:

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नके उत्तर दीजिए :
 इतिहास प्रमाणित कर देता है कि ऐसे दासत्व बहुत काल के उपरान्त एक अद्भुत संहारक शक्ति को जन्म देते हैं, जिसकी बाढ़ को रोकने में शक्तिशाली भी समर्थ नहीं हो सके। मनुष्य स्वभावतः जीवन से बहुत प्यार करता है, परन्तु जब सहयोगियों के निष्ठुर उत्पीड़न से वह नितान्त दुर्वह हो उठता है, तब उसकी ममता घोरतम विरक्ति में परिवर्तित हो जाती है। पीड़ितों का समाधान संभव हो सकता है, परन्तु ऐसे में हताश और जीवन के प्रति निर्मम व्यक्तियों का संभाषण संभव नहीं है। ऐसे व्यक्तियों का वेग आँधी के समान चक्षुहीन, बाढ़ के समान दिशाहीन और विद्युत के समान लक्ष्यहीन हो जाता है।

निम्न में से कौन - सा विकल्प जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनने का है?

848 0

  • 1
    शून्यता
    सही
    गलत
  • 2
    उत्पीड़न
    सही
    गलत
  • 3
    उपयोगिता
    सही
    गलत
  • 4
    दासत्व
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "दासत्व "

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