Hindi Questions प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: 'जमात के करामा ' का अर्थ है-
779 06241d9b057683f2a3ebe67af
6241d9b057683f2a3ebe67af- 1जमात में रहने वाले लोग खुराफात करते हैं।false
- 2जमात में रहकर लोग गड़बड़ियाँ करते हैं।false
- 3साथ रहने से कुछ - न - कुछ गड़बड़ होती है।false
- 4एकता में शक्ति होती है।true
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "एकता में शक्ति होती है।"
प्र:निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नके उत्तर दीजिए :
इतिहास प्रमाणित कर देता है कि ऐसे दासत्व बहुत काल के उपरान्त एक अद्भुत संहारक शक्ति को जन्म देते हैं, जिसकी बाढ़ को रोकने में शक्तिशाली भी समर्थ नहीं हो सके। मनुष्य स्वभावतः जीवन से बहुत प्यार करता है, परन्तु जब सहयोगियों के निष्ठुर उत्पीड़न से वह नितान्त दुर्वह हो उठता है, तब उसकी ममता घोरतम विरक्ति में परिवर्तित हो जाती है। पीड़ितों का समाधान संभव हो सकता है, परन्तु ऐसे में हताश और जीवन के प्रति निर्मम व्यक्तियों का संभाषण संभव नहीं है। ऐसे व्यक्तियों का वेग आँधी के समान चक्षुहीन, बाढ़ के समान दिशाहीन और विद्युत के समान लक्ष्यहीन हो जाता है।
‘बाढ़' के समान दिशाहीन ' वाक्यांश में रेखांकित पद है
776 0621f461130b5265430efcce7
621f461130b5265430efcce7इतिहास प्रमाणित कर देता है कि ऐसे दासत्व बहुत काल के उपरान्त एक अद्भुत संहारक शक्ति को जन्म देते हैं, जिसकी बाढ़ को रोकने में शक्तिशाली भी समर्थ नहीं हो सके। मनुष्य स्वभावतः जीवन से बहुत प्यार करता है, परन्तु जब सहयोगियों के निष्ठुर उत्पीड़न से वह नितान्त दुर्वह हो उठता है, तब उसकी ममता घोरतम विरक्ति में परिवर्तित हो जाती है। पीड़ितों का समाधान संभव हो सकता है, परन्तु ऐसे में हताश और जीवन के प्रति निर्मम व्यक्तियों का संभाषण संभव नहीं है। ऐसे व्यक्तियों का वेग आँधी के समान चक्षुहीन, बाढ़ के समान दिशाहीन और विद्युत के समान लक्ष्यहीन हो जाता है।
- 1संज्ञाtrue
- 2सर्वनामfalse
- 3क्रियाfalse
- 4विशेषणfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 1. "संज्ञा "
प्र: "वास्तव में व्यंग्यार्थ या लक्ष्यार्थ के कारण चमत्कार आता है परंतु यह चमत्कार होता है वाच्यार्थ में ही" कथन द्वारा अभिधा का महत्व बतलाया है-
775 063bffef11b93047bc21855d4
63bffef11b93047bc21855d4- 1देव कविfalse
- 2भागीरथ मिश्रfalse
- 3नरोत्तम दासfalse
- 4रामचंद्र शुक्लtrue
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "रामचंद्र शुक्ल"
प्र:निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
जीवन के किसी भी क्षेत्र में शिखर तक पहुंचने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम की आवश्यकता पड़ती है। कई लोग ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने शारीरिक अक्षमता के बावजूद संघर्ष किया है और लक्ष्य प्राप्त किया है। ऐसा ही एक नाम है- सुधा चंद्रन पैर खराब होने के बावजूद वह चोटी की नृत्यांगना बनी। सुधा चंद्रन की माता श्रीमती धंगम एवं पिता श्री के. डी . चंद्रन की हार्दिक इच्छा थी कि उनकी पुत्री राष्ट्रीय ख्याति की नृत्यांगना बने। इसीलिए चंद्रन दंपति ने सुधा को पाँच वर्ष की अल्पायु में ही मुंबई के प्रसिद्ध नृत्य विद्यालय ' कला - सदन में प्रवेश दिलवाया। पहले पहल तो नृत्य विद्यालय के शिक्षकों ने इतनी छोटी उम्र की बच्ची के दाखिले में हिचकिचाहट महसूस की किंतु सुधा की प्रतिभा देखकर सुप्रसिद्ध नृत्य शिक्षक श्री के . एस. रामास्वामी भागवतार ने उसे शिष्या के रूप में स्वीकार कर लिया और सुधा उनसे नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करने लगी।
शिष्य शब्द का पर्यायवाची है?
774 0623827a9cd09f46e2f20fd76
623827a9cd09f46e2f20fd76जीवन के किसी भी क्षेत्र में शिखर तक पहुंचने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम की आवश्यकता पड़ती है। कई लोग ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने शारीरिक अक्षमता के बावजूद संघर्ष किया है और लक्ष्य प्राप्त किया है। ऐसा ही एक नाम है- सुधा चंद्रन पैर खराब होने के बावजूद वह चोटी की नृत्यांगना बनी। सुधा चंद्रन की माता श्रीमती धंगम एवं पिता श्री के. डी . चंद्रन की हार्दिक इच्छा थी कि उनकी पुत्री राष्ट्रीय ख्याति की नृत्यांगना बने। इसीलिए चंद्रन दंपति ने सुधा को पाँच वर्ष की अल्पायु में ही मुंबई के प्रसिद्ध नृत्य विद्यालय ' कला - सदन में प्रवेश दिलवाया। पहले पहल तो नृत्य विद्यालय के शिक्षकों ने इतनी छोटी उम्र की बच्ची के दाखिले में हिचकिचाहट महसूस की किंतु सुधा की प्रतिभा देखकर सुप्रसिद्ध नृत्य शिक्षक श्री के . एस. रामास्वामी भागवतार ने उसे शिष्या के रूप में स्वीकार कर लिया और सुधा उनसे नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करने लगी।
- 1अनुगामीfalse
- 2छात्रfalse
- 3शागिर्दfalse
- 4उपरोक्त सभीtrue
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "उपरोक्त सभी"
प्र: किस वाक्य में संप्रदान कारक का परसर्ग (विभक्ति चिह्न) प्रयुक्त हुआ है?
773 06283aedf3f7a1029b9340431
6283aedf3f7a1029b9340431- 1माँ ने बच्चे को बुलाया।false
- 2मालिक ने सेवक को घन दिया।true
- 3मोहन ने सोहन को पीटा।false
- 4न्यायालय ने अपराधी को दंडित किया।false
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "मालिक ने सेवक को घन दिया। "
प्र: अर्धशासकीय पत्र में अधिकारी को संबोधित करने की शैली होती है -
773 063998ee7c0ba0122ec8d258d
63998ee7c0ba0122ec8d258d- 1सेवा में निदेशकfalse
- 2महोदयfalse
- 3प्रिय श्री रमेशtrue
- 4मान्यवरfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 3. "प्रिय श्री रमेश "
प्र: किस विकल्प में मनोविकार और उसे व्यंजित करने वाला विस्मयादिबोधक शब्द असंगत है?
772 063a1a9697e4e595f6183c75d
63a1a9697e4e595f6183c75d- 1हर्ष - वाह वा !false
- 2शोक - हाय !false
- 3तिरस्कार – ओहो !true
- 4आश्चर्य - क्या !false
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 3. "तिरस्कार – ओहो !"
प्र: किस विकल्प में सभी शब्द तद्भव हैं?
769 063a05749e830dd5a60ab96ac
63a05749e830dd5a60ab96ac- 1कान, मुखfalse
- 2नया, दूधtrue
- 3आज, दिवसfalse
- 4साथी, अंगुलीfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice

