Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें

प्र:

शाहपुरा (भीलवाड़ा) में जिस सम्प्रदाय की पीठ स्थित है वह है—

1623 0

  • 1
    दादू सम्प्रदाय
    सही
    गलत
  • 2
    वल्लभ सम्प्रदाय
    सही
    गलत
  • 3
    निम्बार्क सम्प्रदाय
    सही
    गलत
  • 4
    रामस्नेही सम्प्रदाय
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "रामस्नेही सम्प्रदाय"

प्र:

राज्य का एक मात्र विभीषण मंदिर कहाँ स्थित है ?

1615 0

  • 1
    कैथून
    सही
    गलत
  • 2
    केकड़ी
    सही
    गलत
  • 3
    जहाजपुर
    सही
    गलत
  • 4
    बांकलिया
    सही
    गलत
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उत्तर : 1. "कैथून"

प्र:

निम्नलिखित में कौन सा जोड़ा सुमेलित है ? 

1613 0

  • 1
    बादला ( पानी की बोतल ) - जयपुर
    सही
    गलत
  • 2
    मसूरिया साड़ी - कोटा
    सही
    गलत
  • 3
    नमदा – जोधपुर
    सही
    गलत
  • 4
    संगमरमर पर नक्काशी – टोंक
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "मसूरिया साड़ी - कोटा "

प्र:

जसनाथी सम्प्रदाय की उत्पति किस राज्य में हुई—

1607 0

  • 1
    जोधपुर
    सही
    गलत
  • 2
    बीकानेर
    सही
    गलत
  • 3
    टोंक
    सही
    गलत
  • 4
    अलवर
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "बीकानेर"

प्र:

अंग्रेज़ों को ' मुल्क रा मीठा ठग किसने कहा?

1602 0

  • 1
    नाथूसिंह महियारिया ने
    सही
    गलत
  • 2
    शंकरदान सामौर ने
    सही
    गलत
  • 3
    केसरी सिंह बारहट ने
    सही
    गलत
  • 4
    बांकीदास ने
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "शंकरदान सामौर ने "

प्र:

पाबूजी के पिता का नाम क्या था?

1602 0

  • 1
    सूरजमल
    सही
    गलत
  • 2
    धांधल जी
    सही
    गलत
  • 3
    जयमल
    सही
    गलत
  • 4
    ताहड़जी
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. "धांधल जी"
व्याख्या :

1. पाबूजी का जन्म 1239 ईस्वी को कोलू (वर्तमान बाड़मेर, राजस्थान) में हुआ था। उनके पिता का नाम धांधल जी राठौड़ था। धांधल जी राठौड़ की चार संताने थी जिनमें से उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां थी। उनके पुत्रों के नाम पाबूजी व बूरा थे तथा उनकी पुत्रियों के नाम सोना व पेमा था।

2. इतिहासकार मुहणौत नैणसी, महाकवि मोडजी आशिया व क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, पाबूजी राठौड़ का जन्म अप्सरा के गर्भ से हुआ था। उनके अनुसार पाबूजी का जन्म स्थान वर्तमान बाड़मेर शहर से 8 कोस आगे खारी खाबड़ के जूना नामक गांव था।

3. पाबूजी का पूजा स्थल कोलू (फलोदी) में है। यहां कोलू में ही प्रतिवर्ष उनका मेला भी भरता है। क्योंकि वे अपने विवाह के बीच में उठकर गायों को बचाने गए थे जिसकी वजह से उन्हें दूल्हे के वस्त्रों में दिखाया जाता है। उनका प्रतीक चिन्ह हाथ में भाला लिए अश्वारोही के रूप में प्रचलित है।

4. पाबूजी को ग्रामीण लोग लक्ष्मण जी का अवतार मानते हैं और लोकदेवता के रूप में पूजते हैं। जनमानस पाबूजी को ऊँटो के देवता के रूप में भी पूजती है। 

प्र:

किस लोक नृत्य में डफली , घुरालियो, खंजरी और पुँगी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है?

1598 0

  • 1
    गैर
    सही
    गलत
  • 2
    कालबेलिया
    सही
    गलत
  • 3
    कच्छी घोडी
    सही
    गलत
  • 4
    अग्नि नृत्य
    सही
    गलत
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उत्तर : 2. " कालबेलिया "

प्र:

रुक्खा में बाबा रामदेव ने किस पंथ की शुरुआत की थी?

1593 0

  • 1
    हिन्दू धर्म
    सही
    गलत
  • 2
    वैष्णव
    सही
    गलत
  • 3
    जसपंत
    सही
    गलत
  • 4
    कामदिया पंथ
    सही
    गलत
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उत्तर : 4. "कामदिया पंथ"
व्याख्या :

बाबा रामदेवजी मुस्लिमों के भी आराध्य हैं और वे उन्हें रामसा पीर या रामशाह पीर के नाम से पूजते हैं। रामदेवजी के पास चमत्कारी शक्तियां थी तथा उनकी ख्याति दूर दूर तक फैली। किंवदंती के अनुसार मक्का से पांच पीर रामदेव की शक्तियों का परीक्षण करने आए।


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