Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: शाहपुरा (भीलवाड़ा) में जिस सम्प्रदाय की पीठ स्थित है वह है—
1623 060af47eed752621d4fa1daf7
60af47eed752621d4fa1daf7- 1दादू सम्प्रदायfalse
- 2वल्लभ सम्प्रदायfalse
- 3निम्बार्क सम्प्रदायfalse
- 4रामस्नेही सम्प्रदायtrue
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "रामस्नेही सम्प्रदाय"
प्र: राज्य का एक मात्र विभीषण मंदिर कहाँ स्थित है ?
1614 05fe2e84315a8d94b059391f1
5fe2e84315a8d94b059391f1- 1कैथूनtrue
- 2केकड़ीfalse
- 3जहाजपुरfalse
- 4बांकलियाfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 1. "कैथून"
प्र: निम्नलिखित में कौन सा जोड़ा सुमेलित है ?
1610 05f7d63e290b25c12b1f0324e
5f7d63e290b25c12b1f0324e- 1बादला ( पानी की बोतल ) - जयपुरfalse
- 2मसूरिया साड़ी - कोटाtrue
- 3नमदा – जोधपुरfalse
- 4संगमरमर पर नक्काशी – टोंकfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "मसूरिया साड़ी - कोटा "
प्र: जसनाथी सम्प्रदाय की उत्पति किस राज्य में हुई—
1607 05f719ca561255568d0ebf0ee
5f719ca561255568d0ebf0ee- 1जोधपुरfalse
- 2बीकानेरtrue
- 3टोंकfalse
- 4अलवरfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "बीकानेर"
प्र: पाबूजी के पिता का नाम क्या था?
1601 05fdc3d2247af917ef3d63cc6
5fdc3d2247af917ef3d63cc6- 1सूरजमलfalse
- 2धांधल जीtrue
- 3जयमलfalse
- 4ताहड़जीfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "धांधल जी"
व्याख्या :
1. पाबूजी का जन्म 1239 ईस्वी को कोलू (वर्तमान बाड़मेर, राजस्थान) में हुआ था। उनके पिता का नाम धांधल जी राठौड़ था। धांधल जी राठौड़ की चार संताने थी जिनमें से उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां थी। उनके पुत्रों के नाम पाबूजी व बूरा थे तथा उनकी पुत्रियों के नाम सोना व पेमा था।
2. इतिहासकार मुहणौत नैणसी, महाकवि मोडजी आशिया व क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, पाबूजी राठौड़ का जन्म अप्सरा के गर्भ से हुआ था। उनके अनुसार पाबूजी का जन्म स्थान वर्तमान बाड़मेर शहर से 8 कोस आगे खारी खाबड़ के जूना नामक गांव था।
3. पाबूजी का पूजा स्थल कोलू (फलोदी) में है। यहां कोलू में ही प्रतिवर्ष उनका मेला भी भरता है। क्योंकि वे अपने विवाह के बीच में उठकर गायों को बचाने गए थे जिसकी वजह से उन्हें दूल्हे के वस्त्रों में दिखाया जाता है। उनका प्रतीक चिन्ह हाथ में भाला लिए अश्वारोही के रूप में प्रचलित है।
4. पाबूजी को ग्रामीण लोग लक्ष्मण जी का अवतार मानते हैं और लोकदेवता के रूप में पूजते हैं। जनमानस पाबूजी को ऊँटो के देवता के रूप में भी पूजती है। प्र: अंग्रेज़ों को ' मुल्क रा मीठा ठग किसने कहा?
1600 061e94ecaa3d28d7f4b099f61
61e94ecaa3d28d7f4b099f61- 1नाथूसिंह महियारिया नेfalse
- 2शंकरदान सामौर नेtrue
- 3केसरी सिंह बारहट नेfalse
- 4बांकीदास नेfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "शंकरदान सामौर ने "
प्र: रुक्खा में बाबा रामदेव ने किस पंथ की शुरुआत की थी?
1591 05fdaf1e52e6e2d68d772d935
5fdaf1e52e6e2d68d772d935- 1हिन्दू धर्मfalse
- 2वैष्णवfalse
- 3जसपंतfalse
- 4कामदिया पंथtrue
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "कामदिया पंथ"
व्याख्या :
बाबा रामदेवजी मुस्लिमों के भी आराध्य हैं और वे उन्हें रामसा पीर या रामशाह पीर के नाम से पूजते हैं। रामदेवजी के पास चमत्कारी शक्तियां थी तथा उनकी ख्याति दूर दूर तक फैली। किंवदंती के अनुसार मक्का से पांच पीर रामदेव की शक्तियों का परीक्षण करने आए।
प्र: किस लोक नृत्य में डफली , घुरालियो, खंजरी और पुँगी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है?
1591 061e9458e9a945c40ce4e4928
61e9458e9a945c40ce4e4928- 1गैरfalse
- 2कालबेलियाtrue
- 3कच्छी घोडीfalse
- 4अग्नि नृत्यfalse
- उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
- Workspace
- SingleChoice

