Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें

प्र:

रुक्खा में बाबा रामदेव ने किस पंथ की शुरुआत की थी?

1566 0

  • 1
    हिन्दू धर्म
    सही
    गलत
  • 2
    वैष्णव
    सही
    गलत
  • 3
    जसपंत
    सही
    गलत
  • 4
    कामदिया पंथ
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 4. "कामदिया पंथ"
व्याख्या :

बाबा रामदेवजी मुस्लिमों के भी आराध्य हैं और वे उन्हें रामसा पीर या रामशाह पीर के नाम से पूजते हैं। रामदेवजी के पास चमत्कारी शक्तियां थी तथा उनकी ख्याति दूर दूर तक फैली। किंवदंती के अनुसार मक्का से पांच पीर रामदेव की शक्तियों का परीक्षण करने आए।


प्र:

ट्रेंच कमीशन सम्बन्धित है –

1559 0

  • 1
    बेंगू किसान आन्दोलन से
    सही
    गलत
  • 2
    अलवर किसान आन्दोलन से
    सही
    गलत
  • 3
    मेव किसान आन्दोलन से
    सही
    गलत
  • 4
    जाट किसान आन्दोलन से
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 1. "बेंगू किसान आन्दोलन से"

प्र:

हवेली चित्रकला किस शताब्दी की देन है?

1548 0

  • 1
    17वीं शताब्दी
    सही
    गलत
  • 2
    20वीं शताब्दी
    सही
    गलत
  • 3
    18वीं शताब्दी
    सही
    गलत
  • 4
    19वीं शताब्दी
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 4. "19वीं शताब्दी"

प्र:

किस लोक नृत्य में डफली , घुरालियो, खंजरी और पुँगी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया जाता है?

1548 0

  • 1
    गैर
    सही
    गलत
  • 2
    कालबेलिया
    सही
    गलत
  • 3
    कच्छी घोडी
    सही
    गलत
  • 4
    अग्नि नृत्य
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 2. " कालबेलिया "

प्र:

स्वांगिया माता कुलदेवी किस क्षेत्र की शासक थीं?

1540 0

  • 1
    जैसलमेर
    सही
    गलत
  • 2
    उदयपुर
    सही
    गलत
  • 3
    बिकानेर
    सही
    गलत
  • 4
    बाड़मेर
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 1. "जैसलमेर"
व्याख्या :

स्वांगियां माता : राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है।

प्र:

राजस्थान की प्रसिद्ध लोक कला "बेवाण" है- 

1539 0

  • 1
    खादी के कपड़े पर लोक देवता के जीवन को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करना।
    सही
    गलत
  • 2
    लकड़ी से निर्मित सिंहासन जिस पर ठाकुरजी की मूर्ति को श्रृंगारित करके बैठाया जाता है।
    सही
    गलत
  • 3
    लकड़ी से निर्मित तलवारनुमा आकृति जिसका उपयोग रामलीला नाटक में किया जाता है।
    सही
    गलत
  • 4
    कपाटों युक्त लकड़ी से निर्मित मंदिरनुमा आकृति।
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 4. "कपाटों युक्त लकड़ी से निर्मित मंदिरनुमा आकृति।"

प्र:

कामड़ जाति का लोकनृत्य है—

1524 0

  • 1
    अग्नि
    सही
    गलत
  • 2
    तेरहताली
    सही
    गलत
  • 3
    घूमर
    सही
    गलत
  • 4
    गवरी
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 2. "तेरहताली"

प्र:

राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त मोहनलाल किस शिल्प कला से संबंधित है?

1520 0

  • 1
    थेवा कला
    सही
    गलत
  • 2
    उस्ता कला
    सही
    गलत
  • 3
    बंधेज कला
    सही
    गलत
  • 4
    मोलेला मृण्मूर्ति कला
    सही
    गलत
  • उत्तर देखेंउत्तर छिपाएं
  • Workspace

उत्तर : 4. "मोलेला मृण्मूर्ति कला"

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई

      त्रुटि की रिपोर्ट करें

    कृपया संदेश दर्ज करें
    त्रुटि रिपोर्ट सफलतापूर्वक जमा हुई