Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: 'ब्राह्मणी माता का मंदिर स्थित है
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60a784b8926f932b955ac7a3- 1धौलपुरfalse
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उत्तर : 4. "बाराँ"
प्र: महा शिवरात्रि पशु मेला कहाँ आयोजित किया जाता है?
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5fdaf0759e27c46e628a6430- 1करौलीtrue
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उत्तर : 1. "करौली"
व्याख्या :
सही उत्तर करौली है। शिवरात्रि पशु मेला राजस्थान के करौली जिले में आयोजित किया जाता है।
प्र: करणी माता का प्रसिद्ध मंदिर किस स्थल पर स्थित है?
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62a2329cdf19be4c4afd1c07- 1नागदाfalse
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उत्तर : 2. "देशनोक "
व्याख्या :
1. करणी माता बीकानेर के चरण और राठौर की कुलदेवी हैं।
उन्हें चूहों और जगत माता की देवी जोगमाया का अवतार भी कहा जाता है।
2. उनका मंदिर देशनोक बीकानेर में है, जिसकी नींव खुद करणी माता ने रखी थी। करणी माता का मूल मंदिर राजा जय सिंह द्वारा बनवाया गया था।
3. इस मंदिर का वर्तमान भव्य स्वरूप महाराजा सूरत सिंह ने दिया था।
4. इस मंदिर में ज्यादातर चूहे पाए जाते हैं, अतः मंदिर को चूहों का मंदिर भी कहा जाता है।
प्र: नागभट्ट द्वितीय ने मुसलमानों को पराजित किया, जिसकी जानकारी मिलती है –
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61a0abf70fbe1213ad78ee27- 1पठारी स्तम्भ अभिलेख सेfalse
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उत्तर : 3. "ग्वालियर अभिलेख से "
प्र: 'पलाण' क्या है ?
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61ef8f03c27fce6161486125- 1एक लोक वाद्य यंत्रfalse
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उत्तर : 3. "ऊँट पर रखी जाने वाली काठी "
व्याख्या :
1. राजस्थानी भाषा में, "पलाण" का अर्थ है "ऊंट पर रखी जाने वाली काठी"। यह एक लकड़ी या धातु का बने होता है, और इसमें ऊंट के पीठ पर सवार होने के लिए एक स्थान होता है। पलाण में आमतौर पर एक पीठ, एक गद्दा, और एक लगाम होती है। पलाण ऊंटों को सवारी, माल ढोने, या दोनों के लिए उपयोग किया जाता है।
2. पांच सौ ऊंटों के मालिक को (पचसदी) कहा जाता है।
3. ऊँट पर लदी घास की गठरी (टाली) कहलाती है।
4. पालने के लिए ऊंट की पीठ पर (पलाण) बांधा जाता है।
5. ऊंट की शोभा बढ़ाने के लिए गायों का गोरबंध पहनाया जाता है।
6. मारवाड़ी में ऊंट के बैठने को (झैकणा) कहा जाता है।
प्र: बतूल बेगम का सम्बन्ध राजस्थान की किस गायन परम्परा से है?
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62e79dd04404a856fa0d34fd- 1गंधर्व गानfalse
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उत्तर : 3. "मांड गायन"
प्र: पशु—पक्षियों को महत्व देने वाले 'स्कूल आॅफ पेंटिग' का नाम है
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60af84263f7fb454b9d9fc84- 1बूँदी शैलीtrue
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उत्तर : 1. "बूँदी शैली"
प्र: नसीराबाद में सैन्य विद्रोह कब हुआ था?
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60a6020de726426eaa999b2f- 118 मई 1857false
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