Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: चित्तौड़ दुर्ग में स्थित 'कीर्ति स्तम्भ' किसको समर्पित है?
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62b05791fbadac125c62534b- 1राणा सांगाfalse
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उत्तर : 3. "जैन तीर्थंकर आदिनाथ "
व्याख्या :
1. चित्तौड़गढ़ दुर्ग भारत के राजस्थान राज्य में चित्तौड़गढ़ शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह भारत के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण किलों में से एक है, और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
2. इन सब आकर्षणों के अलावा सबसे खास हैं यहां के दो पाषाणीय स्तंभ, जिन्हें कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ कहा जाता है. ये दो स्तंभ, किले के और राजपूत वंश के गौरवशाली अतीत को दर्शाते हैं. अपनी खूबसूरती, स्थापत्य और ऊंचाई से ये दोनो स्तंभ पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
प्र: राजस्थान निवासी उस व्यक्ति का नाम बताइये जिसने 'इन्तकाल पुस्तक की रचना की-
1291 062b05715184ea83a638b2aec
62b05715184ea83a638b2aec- 1सुजानसिंह पारिकfalse
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- 4जयसिंह आशावतfalse
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उत्तर : 3. "शिव चरण सेन "
व्याख्या :
राजस्थान निवासी शिव चरण सेन जिसने इन्तकाल पुस्तक की रचना की थी।
प्र: स्वांगिया माता कुलदेवी किस क्षेत्र की शासक थीं?
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5fdaeaed2e6e2d68d772b50a- 1जैसलमेरtrue
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उत्तर : 1. "जैसलमेर"
व्याख्या :
स्वांगियां माता : राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है।
प्र: किशनगंज व शाहबाद में सहरिया जनजाति का कितना प्रतिशत पाया जाता है?
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659fb84d32c8dbaa2c4e1962- 198true
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उत्तर : 1. "98"
व्याख्या :
1. सहरिया राजस्थान में सबसे पिछड़ी अनुसूचित जनजाति है।
2. बाराँ जिले के किशनगंज और शाहबाद तहसील में 98 फीसदी सहरिया आदिवासी रहते हैं।
प्र: 'सहरिया जनजाति के कुंभ' के रूप में किस मेले को जाना जाता है?
2869 05f7c3aa23f983379e3e30e04
5f7c3aa23f983379e3e30e04- 1शिल्पग्राम मेला,उदयपुरfalse
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उत्तर : 4. "सीताबाड़ी का मेला"
व्याख्या :
सीताबाड़ी का मेला (केलवाड़ा – बांरा)
यह मेला ज्येष्ठ अमावस्या को भरता है। इस मेले को “सहरिया जनजाति का कुम्भ” कहते है। हाडौती अंचल का सबसे बडा मेला है।
प्र: सहरिया जनजाति के कुम्भ' के नाम से प्रसिद्ध मेला है-
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6385eb4149a42a5ac18f1095- 1सीताबाड़ी मेलाtrue
- 2नागौर मेलाfalse
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उत्तर : 1. "सीताबाड़ी मेला"
व्याख्या :
सीताबाड़ी का मेला (केलवाड़ा – बांरा)
यह मेला ज्येष्ठ अमावस्या को भरता है। इस मेले को “सहरिया जनजाति का कुम्भ” कहते है। हाडौती अंचल का सबसे बडा मेला है।
प्र: राजस्थान का 'उत्तर- तोताद्रि' कहलाता है
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62b04eff184ea83a638b0be4- 1मण्डोरfalse
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उत्तर : 3. "गलता "
व्याख्या :
गलता जी संपूर्ण उत्तर भारत की प्रथम एवं प्रधान जगदगुरु पीठ होने के कारण यह उत्तर तोताद्रि भी कहलाती है।
प्र: मोतीलाल तेजावत का सम्बन्ध था?
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60af43c0d752621d4fa1d162- 1बेंगू किसान आन्दोलनfalse
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उत्तर : 2. "एकी किसान आन्दोलन"
व्याख्या :
1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।
2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।
3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।
4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1920 में हुई थी।

