Rajasthan Geography प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: राज्य में प्रकाश की सर्वाधिक लम्बी अवधि निम्न में से किस दिन रहती है?
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61d66e835351126dae2447f1- 123 सितम्बरfalse
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उत्तर : 2. "21 जून"
व्याख्या :
1. राजस्थान में प्रकाश की सर्वाधिक लम्बी अवधि 21 जून को रहती है। इस दिन सूर्य की किरणें राजस्थान के ऊपर लंबवत पड़ती हैं।
2. इस दिन को ग्रीष्म अयनांत कहा जाता है, जो ग्रीष्म ऋतु का सबसे लंबा दिन होता है।
प्र: राजस्थान में सर्वाधिक आँधियाँ किस जिले में आती हैं ?
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61d66cd05351126dae24417a- 1बीकानेरfalse
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उत्तर : 3. "श्रीगंगानगर"
व्याख्या :
1. राजस्थान में सर्वाधिक आँधियाँ श्रीगंगानगर जिले में आती हैं। श्रीगंगानगर जिले में मई और जून के महीने में लगभग 27 दिनों तक धूल भरी आंधियां रहती है। इसके बाद बीकानेर और जोधपुर है।
प्र: राजस्थान में ‘जंगल की ज्वाला’ किस वृक्ष को कहा जाता है?
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61d66b7b35bd1c6dbaf9ce36- 1रोहिड़ाfalse
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उत्तर : 2. "पलाश"
व्याख्या :
1. राजस्थान में ‘जंगल की ज्वाला’ पलाश वृक्ष को कहा जाता है। पलाश को टेसू के नाम से भी जाना जाता है।
2. यह एक मध्यम आकार का वृक्ष है जिसकी ऊँचाई लगभग 6-12 मीटर होती है।
3. ब्यूटिया मोनोस्पर्म वैज्ञानिक नाम है।
4. पलाश के फूल चमकीले लाल या पीले रंग के होते हैं और 5. जनवरी से मार्च के महीने में खिलते हैं। पलाश के फूलों की भरमार के कारण इस वृक्ष को ‘जंगल की ज्वाला’ कहा जाता है।
प्र: हाड़ौती के पठार की औसत ऊँचाई है ?
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उत्तर : 4. "500 मी."
व्याख्या :
1. राजस्थान का दक्षिणी-पूर्वी भाग एक पठारी भाग है, जिसे 'दक्षिणी-पूर्वी पठार एवं हाडौती के पठार' के नाम से जाना जाता है। यह मालवा के पठार का विस्तार है |
2. इस क्षेत्र की औसत ऊँचाई 500 मीटर है तथा यहाँ अर्द्ध-चन्द्राकार रूप में पर्वत श्रेणियों का विस्तार है जो क्रमशः बूंदी और मुकुन्दवाड़ा की पहाड़ियों के नाम से जानी जाती है। यहाँ चम्बल नदी और इसकी प्रमुख सहायक कालीसिंह, परवन और पार्वती नदियाँ प्रवाहित है, उनके द्वारा निर्मित मैदानी प्रदेश कृषि के लिये उपयुक्त है।
3. दक्षिणी - पूर्वी पठार प्रदेश (हाडौती के पठार) प्रमुख विशेषता -
- इस क्षेत्र में राज्य की 11 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।
- दक्षिण पूर्वी पठारी प्रदेश राज्य के कुल क्षेत्रफल का 9.6 प्रतिशत है।
- इसका विस्तार भीलवाड़ा, फोटो, बूंदी, झालावाड़ और बारां जिलों में है।
- यह पठारी भाग अरावली और विंध्याचल पर्वत के बीच संक्रान्ति प्रदेश है।
- इस प्रदेश में लावा मिश्रित शैल एवं विन्ध्य शैलों का सम्मिश्रण है।
प्र: ‘राजस्थान का प्रादेशिक भूगोल’ पुस्तक के लेखक है ?
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61d667c6135e0e6d8f52c95c- 1प्रो. वी.सी. मिश्राfalse
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- 4डॉ. हरिमोहन सक्सेनाtrue
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उत्तर : 4. "डॉ. हरिमोहन सक्सेना"
व्याख्या :
1. डॉ. हरिमोहन सक्सेना ने 1994 में “राजस्थान का प्रादेशिक भूगोल" नामक पुस्तक की रचना की जिसमें उच्चावच एवं भौगोलिक संरचना के आधार पर राजस्थान को चार भौतिक प्रदेशों में विभाजित किया गया।
प्र: राजस्थान के निम्नलिखित में से कौन-कौनसे स्थल गोंडवाना लैण्ड के भाग हैं?
1.दक्षिणी पूर्वी पठारी भाग
2.अरावली पर्वत श्रेणी
3.पूर्वी मैदान भाग
4.पश्चिमी बालुका मैदान
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उत्तर : 1. "1,2 "
व्याख्या :
1. दक्षिणी पूर्वी पठारी भाग: राजस्थान का दक्षिणी-पूर्वी भाग एक पठारी भाग है, जिसे 'दक्षिणी-पूर्वी पठार एवं हाडौती के पठार' के नाम से जाना जाता है। यह मालवा के पठार का विस्तार है।
2. अरावली पर्वत श्रेणी: अरावली भारत के पश्चिमी भाग राजस्थान में स्थित एक पर्वतमाला है। जिसे राजस्थान में आडावाला पर्वत के नाम से भी जाना जाता है।
प्र: गोडवाड़ प्रदेश राजस्थान के किस वृहत् भू-आकृतिक विभाग का भाग है?
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61d665d635bd1c6dbaf996f1- 1हाड़ौती पठारfalse
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उत्तर : 3. "पश्चिमी शुष्क प्रदेश"
व्याख्या :
1. गोडवाड़ प्रदेश राजस्थान के पश्चिमी रेतीले मैदान का भाग है। यह प्रदेश राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है और इसका विस्तार अरावली पर्वतमाला के पश्चिमी भाग से लेकर पाकिस्तान की सीमा तक है। गोडवाड़ प्रदेश में प्रमुख रूप से रेतीले मैदान, मरुस्थल और पहाड़ी क्षेत्र शामिल हैं।
2. पश्चिमी रेतीले मैदान: पश्चिमी रेतीले मैदान दो इकाइयों में विभाजित है।
* रेतीले शुष्क मैदान
- मरुस्थल
- ड्यून फ्री ट्रैक्ट
* अर्ध-शुष्क संक्रमणकालीन मैदान (राजस्थान बागर)
- लूनी बेसिन (गोडवार ट्रैक्ट)
- आंतरिक जल निकासी का क्षेत्र (शेखावाटी ट्रैक्ट)
- घग्गर का मैदान
प्र: बिजोलिया किसान से संबंधित कौन सा पठार है ?
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61d573210fa28f69059cfbc9- 1मेसा का पठारfalse
- 2ऊपरमाल पठारtrue
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उत्तर : 2. "ऊपरमाल पठार "
व्याख्या :
1. बिजोलिया किसान का संबंध ऊपरमाल पठार से हैं।
2. बिजोलिया आन्दोलन मेवाड़ राज्य के किसानों द्वारा 1897 ई मे किया गया था। यह आन्दोलन किसानों पर अत्यधिक लगान लगाये जाने के विरुद्ध किया गया था।
3. बिजोलिया किसान आंदोलन (1897-1941) राजस्थान का पहला किसान आंदोलन था और सबसे लंबे समय तक चला था।
4. बिजोलिया भीलवाड़ा जिले में है और मेवाड़ राज्य का ठीकाना था।
5. यह आंदोलन मुख्य रूप से 84 प्रकार के कर के खिलाफ था जिसमे चंवरी कर, तलवार बधई इत्यादि शामिल थे।

