Hindi प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: संज्ञा शब्द इतिहास, उपेक्षा, मूल संज्ञा शब्दों के सही विशेषण विकल्प को छाँटिए।
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634564dce76f2264c5e5d664- 1इतिहासिक, उपेक्षाfalse
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- 3एतिहासिक, अपेक्षितfalse
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उत्तर : 2. "ऐतिहासिक, उपेक्षित "
प्र: 'अवतल' शब्द का विपरीतार्थक शब्द छाँटिए –
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63650b497722b20175be0b7c- 1पातालfalse
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उत्तर : 3. "उत्तल"
प्र: किस शब्द में 'कु' उपसर्ग नहीं है?
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63908c5dd319b37ca1898ef3- 1कुरूपfalse
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उत्तर : 4. "कुशल"
व्याख्या :
1. 'कुशल' शब्द में 'कु' उपसर्ग का प्रयोग नहीं हुआ है। क्योंकि 'कुशल' एक मूल शब्द है।
2. अन्य सभी में विकल्प 'कु + रूप = कुरूप, 'कु + कर्म = कुकर्म, कु + चाल = कुचाल' इन शब्दों में 'कु' उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है।
3. 'कु' उपसर्ग अन्य उदाहरण में कुचलना (कु + चलना), कुदृष्टि (कु + दृष्टि), कुरूप (कु + रूप), कुशंका (कु + शंका) शामिल हैं।
प्र: निम्नलिखित पद 'इक' प्रत्यय से बने हैं, इनमें से कौनसा पद गलत है?
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632dac4b1656651c9eaae07e- 1धार्मिकfalse
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उत्तर : 4. "इनमें से कोई नहीं"
प्र: 'स्वागत' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग को पहचानिए -
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629f184dcae9f820bae08b61- 1स्वfalse
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उत्तर : 3. "सु"
प्र: किस विकल्प में सभी शब्द 'पुंलिंग' हैं?
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63a1b1d836fed95f3e030338- 1मछली, दौड़, मार्गfalse
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- 4पक्षी, चीता, पानीtrue
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उत्तर : 4. " पक्षी, चीता, पानी"
व्याख्या :
1. संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का है या स्त्री जाति का, उसे लिंग कहते हैं।
2. पुल्लिंग – जो शब्द पुरुष जाति का बोध कराते हैं, वे पुल्लिंग कहलाते हैं; जैसे- कौआ, खरगोश, मंडल घोड़ा, हाथी, कुत्ता, आयुष पक्षी, चीता, पानी आदि।
प्र: निम्नलिखित में से किस विकल्प में 'नामवर' शब्द का विलोम है?
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629e3df903a63656a2948525- 1नामीfalse
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उत्तर : 2. "बदनाम "
प्र:निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
आचार्य द्रोण महर्षि भरद्वाज के पुत्र थे। पांचाल - नरेश का पुत्र द्रुपद भी द्रोण के साथ ही भरद्वाज - आश्रम में शिक्षा पा रहा था। दोनों में गहरी मित्रता थी। कभी - कभी राजकुमार द्रुपद उत्साह में आकर दोण से यहाँ तक कह देता था कि पांचाल देश का राजा बन जाने पर मैं आधा राज्य तुम्हें दे दूँगा। शक्षा समाप्त होने पर द्रोणाचार्य ने कृपाचार्य की बहन से ब्याह कर लिया। उससे उनके एक पुत्र हुआ, जिसका नाम उन्होंने अश्वत्थामा रखा । द्रोण अपनी पत्नी और पुत्र को बड़ा प्रेम करते थे। द्रोण बड़े गरीब थे। वह चाहते थे कि धन गप्त किया जाए और अपनी पत्नी व पुत्र के साथ सुख से रहा जाए । उन्हें खबर लगी कि परशुराम अपनी सारी संपत्ति गरीब ब्राह्मणों को बाँट रहे हैं , तो भागे - भागे उनके पास गए , लेकिन उनके नहुँचने तक परशुराम अपनी सारी संपत्ति वितरित कर चुके थे और वन - गमन की तैयारी कर रहे थे । दोण को देखकर वह बोले- " ब्राह्मण श्रेष्ठ ! आपका स्वागत है। पर मेरे पास जो कुछ था , वह मैं बाँट चुका हूँ । अब यह मेरा शरीर और धनुर्विद्या ही है। बताइए, मैं आपके लिए क्या करूँ? "
गरीब किस भाषा का शब्द है?
757 06231e5bdafe5316e153c36c2
6231e5bdafe5316e153c36c2आचार्य द्रोण महर्षि भरद्वाज के पुत्र थे। पांचाल - नरेश का पुत्र द्रुपद भी द्रोण के साथ ही भरद्वाज - आश्रम में शिक्षा पा रहा था। दोनों में गहरी मित्रता थी। कभी - कभी राजकुमार द्रुपद उत्साह में आकर दोण से यहाँ तक कह देता था कि पांचाल देश का राजा बन जाने पर मैं आधा राज्य तुम्हें दे दूँगा। शक्षा समाप्त होने पर द्रोणाचार्य ने कृपाचार्य की बहन से ब्याह कर लिया। उससे उनके एक पुत्र हुआ, जिसका नाम उन्होंने अश्वत्थामा रखा । द्रोण अपनी पत्नी और पुत्र को बड़ा प्रेम करते थे। द्रोण बड़े गरीब थे। वह चाहते थे कि धन गप्त किया जाए और अपनी पत्नी व पुत्र के साथ सुख से रहा जाए । उन्हें खबर लगी कि परशुराम अपनी सारी संपत्ति गरीब ब्राह्मणों को बाँट रहे हैं , तो भागे - भागे उनके पास गए , लेकिन उनके नहुँचने तक परशुराम अपनी सारी संपत्ति वितरित कर चुके थे और वन - गमन की तैयारी कर रहे थे । दोण को देखकर वह बोले- " ब्राह्मण श्रेष्ठ ! आपका स्वागत है। पर मेरे पास जो कुछ था , वह मैं बाँट चुका हूँ । अब यह मेरा शरीर और धनुर्विद्या ही है। बताइए, मैं आपके लिए क्या करूँ? "
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