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प्राणदान का तात्पर्य है
5क्या करोगे अब ?
समय का
जब प्यार नहीं रहा
सर्वसहा पृथ्वी का
आधार नहीं रहा
न वाणी साथ है
न पानी साथ है
न कही प्रकाश है स्वच्छ
जब सब कुछ मैला है आसमान
गंदगी बरसाने वाले
एक अछोर फैला है
कही चले जाओ
विनती नहीं है
वायु प्राणप्रद
आदंकर आदमी
सब जग से गायब है
प्र:
प्राणदान का तात्पर्य है
- 1प्राणों को पूर्ण करने वालाfalse
- 2प्राण प्रदान करने वालाtrue
- 3प्राणों को प्रणाम करने वालाfalse
- 4प्राणों को छीन लेने वालाfalse
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